शरीर में कम हो गया है,विटामिन-डी तो सिर्फ धूप की कमी ही नहीं, ये वजहें भी हो सकती हैं जिम्मेदार : vitamin d deficiency causes beyond sunlight

By: KRISHNA PRASAD

On: Saturday, July 19, 2025 1:42 AM

विटामिन-डी
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विटामिन-डी हमारे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है, और अपनी त्वचा को धूप में रखना इसे प्राप्त करने का एक तरीका है। सूर्य के प्रकाश से निकलने वाली यूवीबी विकिरण त्वचा को विटामिन डी बनाने के लिए प्रेरित करती है, लेकिन इसमें एक समस्या है: बिना सुरक्षा के धूप में रहने से त्वचा को नुकसान पहुँचता है। और फिर एक बात और: ज़्यादातर लोगों के लिए, धूप में रहना विटामिन डी प्राप्त करने का कोई कारगर तरीका नहीं है।

विटामिन डी
विटामिन डी

बिना सनस्क्रीन के त्वचा को धूप में रखने से कई समस्याएँ हो सकती हैं, जिनमें सनबर्न और बढ़ती उम्र के लक्षण शामिल हैं। एक समस्या यह भी है कि सूर्य की यूवीबी किरणों की तीव्रता मौसम, दिन के समय और भौगोलिक स्थिति के अनुसार बदलती रहती है, इसलिए मानक अनुशंसित धूप का समय वास्तव में मददगार नहीं होता। हैरानी की बात है कि उत्तरी गोलार्ध के कुछ हिस्सों में साल के एक बड़े हिस्से में विटामिन डी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त यूवीबी प्रकाश नहीं मिलता है

सप्लीमेंट्स के अलावा, आप विटामिन डी फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों, जैसे दूध और संतरे का जूस, और सैल्मन, टूना, सार्डिन और मैकेरल जैसी मछलियों से भी प्राप्त कर सकते हैं। बीफ़, शिटाके मशरूम, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड अनाज भी इसके अच्छे स्रोत हैं।

विटामिन डी की कमी से शरीर में क्या-क्या दिक्कत होती है?

भरपूर विटामिन D के बिना, मांसपेशियों और हड्डियों में कमज़ोरी और दर्द होता है। शिशुओं में रिकेट्स विकसित होता है: मस्तिष्क मुलायम हो जाता है, हड्डियां असामान्य रूप से बढ़ती हैं, और शिशु को बैठने और रेंग कर चलने में समय लग जाता है। निदान की पुष्टि के लिए रक्त जांच की जाती है और कभी-कभी एक्स-रे लिए जाते हैं।

विटामिन डी की कमी से शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं, जिनमें थकान, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और मूड में बदलाव शामिल हैं। बच्चों में, रिकेट्स (हड्डियों का नरम होना और मुड़ना) हो सकता है। 

आदर्श रूप से यह समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच होना चाहिए। यदि आपकी त्वचा गोरी है, तो आपको सनस्क्रीन लगाने से पहले अधिकतम 10-15 मिनट ही धूप में रहना चाहिए। सांवली त्वचा वाले वयस्कों को अपनी त्वचा को अधिकतम 25-30 मिनट तक ही धूप में रखना चाहिए।

विटामिन-डी की कमी के प्रमुख कारण (धूप के अलावा)

विटामिन डी
विटामिन डी

विटामिन-डी, जिसे ‘सनशाइन विटामिन’ भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने, कैल्शियम के अवशोषण में मदद करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जबकि सूर्य का प्रकाश विटामिन-डी का सबसे बड़ा स्रोत है, कई अन्य कारक भी हैं जो इसकी कमी का कारण बन सकते हैं। यदि आप पर्याप्त धूप सेंकने के बावजूद विटामिन-डी की कमी से जूझ रहे हैं, तो इसके पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

  • वसायुक्त मछली
  • अंडे की जर्दी
  • मशरूम
  • फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ: दूध, संतरे का जूस

जब आपको ये लक्षण दिखें तो तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लें. 

  1. पाचन संबंधी समस्याएं
  2. मोटापा
  3. गुर्दे और यकृत के रोग

विटामिन-डी की कमी के लक्षण:

  • थकान और कमजोरी
  • हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • मूड स्विंग्स या अवसाद
  • बालों का झड़ना

विटामिन-डी की कमी से बचाव और उपचार

विटामिन-डी की कमी एक आम स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन सही जानकारी और उपायों से इससे आसानी से बचा जा सकता है और इसका सफल उपचार भी संभव है। यह हड्डियों की मजबूती, कैल्शियम के अवशोषण और एक सुदृढ़ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अत्यंत आवश्यक है।

विटामिन-डी की कमी से बचाव (Prevention)

विटामिन-डी के स्वस्थ स्तर को बनाए रखने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाना सबसे प्रभावी होता है:

1. सूर्य के प्रकाश का सही उपयोग:

2. आहार में विटामिन-डी शामिल करें:

3. नियमित स्वास्थ्य जांच:

विटामिन-डी की कमी का उपचार (Treatment)

यदि जांच में विटामिन-डी की कमी की पुष्टि होती है, तो डॉक्टर की सलाह पर इसका उपचार किया जाता है। उपचार का मुख्य लक्ष्य शरीर में विटामिन-डी के स्तर को सुरक्षित रूप से सामान्य करना है।

1. विटामिन-डी सप्लीमेंट्स:

  • डॉक्टर का परामर्श: कमी के स्तर के आधार पर, डॉक्टर विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स (गोलियां, कैप्सूल या ग्रेन्यूल्स) लेने की सलाह देते हैं। खुराक और अवधि पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है, इसलिए बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी सप्लीमेंट शुरू न करें।
  • उच्च खुराक: गंभीर कमी होने पर, डॉक्टर शुरुआत में कुछ हफ्तों के लिए विटामिन-डी की उच्च खुराक (जैसे 60,000 IU साप्ताहिक) दे सकते हैं, जिसके बाद स्तर सामान्य होने पर कम खुराक दी जाती है।
  • लेने का सही तरीका: विटामिन-डी एक वसा में घुलनशील (fat-soluble) विटामिन है। इसका अवशोषण तब बेहतर होता है जब इसे वसायुक्त भोजन के साथ लिया जाए। इसलिए, सप्लीमेंट को दूध, दही, घी, अंडे या नट्स जैसे खाद्य पदार्थों के साथ लेना फायदेमंद होता है।

2. सप्लीमेंट लेने का समय: विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन-डी सप्लीमेंट्स को सुबह नाश्ते या दोपहर के भोजन के साथ लेना सबसे अच्छा होता है। रात में इसे लेने से कुछ लोगों में नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।

3. आहार और जीवनशैली में बदलाव: सप्लीमेंट्स के साथ-साथ, उपचार के दौरान भी विटामिन-डी युक्त आहार और पर्याप्त धूप का सेवन जारी रखना महत्वपूर्ण है ताकि भविष्य में दोबारा इसकी कमी न हो

निष्कर्ष

यह लेख इस बात पर जोर देता है कि विटामिन-डी शरीर के लिए एक अनिवार्य पोषक तत्व है, जो हड्डियों, मांसपेशियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन-डी की कमी का मुख्य कारण सिर्फ धूप की कमी नहीं है, बल्कि इसके लिए आहार संबंधी आदतें (जैसे वसायुक्त मछली, अंडे, फोर्टिफाइड दूध न लेना), पाचन संबंधी रोग, मोटापा, और किडनी या लिवर की बीमारियाँ भी प्रमुख रूप से जिम्मेदार हो सकती हैं।

विटामिन-डी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?

विटामिन डी का सबसे अच्छा और प्राकृतिक स्रोत सूर्य का प्रकाश (धूप) है। जब हमारी त्वचा सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट बी (UVB) किरणों के संपर्क में आती है, तो वह खुद विटामिन डी का निर्माण करती है। इसे ‘सनशाइन विटामिन’ कहने का यही मुख्य कारण है।

2. विटामिन डी की कमी से कौन-कौन से रोग होते हैं?

रिकेट्स (बच्चों में)
ऑस्टियोमलेशिया (वयस्कों में
ऑस्टियोपोरोसिस
हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द

3. विटामिन डी का दूसरा नाम क्या है?

विटामिन D का रासायनिक या वैज्ञानिक नाम कैल्सिफेरॉल (Calciferol) है।

4. धूप में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

धूप में विटामिन D पाया जाता है।

KRISHNA PRASAD

I am Krishna Prasad Registered Pharmacist (Allopathic Medicine) Medical Professional & YouTube Founder of Upchar Wala
For Feedback -upcharwala5@gmail.com

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