
तो दोस्तों हम सभी को समोसे और जलेबी का टेस्ट काफी ज्यादा पसंद होता है चाय के साथ एक गरमा गरम समोसे और जलेबी फिर शादी विवाह में जलेबी खाना एक नॉर्मल बात है लेकिन दोस्तों अब डॉक्टर और न्यूट्रिशंस एक्सपट्र्स वार्निंग दे रहे हैं कि यह हमारे बॉडी के लिए हल्के हल्के पॉइजन जैसे बन चुके हैं इनमें छुपी हुई एक्सेसिव शुगर एंड रिफाइन इंग्रेडिएंट्स हमें अंदर से ही बीमार कर रहे हैं आज के जमाने में जब लोग फिटनेस और इम्यूनिटी को सीरियस ले रहे हैं तब यह जानना काफी ज्यादा जरूरी है कि क्या यह हमारे लाइफस्टाइल के साथ मैच करते हैं या फिर नहीं क्या इस स्वाद के बदले में हम अपने सेहत का रिस्क तो नहीं उठा रहे हैं इस आर्टिकल में दोस्तों हम समोसे और जलेबी जैसे स्नेक्स करियर हेल्थ इंपैक्ट और उनके नुकसान और उनकी कुछ हेल्दी अल्टरनेटिव्स के बारे में आसान शब्दों में बात करेंगे।
हमारे फेवरेट समोसे और जलेबी स्नेक्स का रियलिटी चेक

दोस्तों, समोसा जिले की सेंचुरी पुरानी ट्रेडिशनल स्नैक है जो कि हर फेस्टिवल, पार्टी और शादी में आराम से मिलती ही है। लेकिन दोस्तों, आज के समय में फास्ट फूड कल्चर में इनका ओवर कंजम्पशन काफी ज्यादा बढ़ता ही जा रहा है। आज का समाचार, जिसमें मैदा, तेल और डीप फ्राई का ओवरडोज होता है वह किसी भी तरह से हेल्दी नहीं कहा जा सकता। इसी तरह से दोस्तों, जलेबी भी रिफाइंड शुगर से बनती है जो कि ब्लड शुगर को सडन स्पीक करती है। ऐसे फूड डेली लाइफ में लेने से सिर्फ कैलोरीज बढ़ताी हैं, लेकिन दोस्तों सिर्फ न्यूट्रिशन जीरो होता है यह चीज हमें तुरंत एनर्जी तो दे देती है लेकिन लंबे समय में पूरी बॉडी में फैट शुगर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लगती है जो कि आगे चलकर डायबिटीज ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम्स को इफेक्ट करता है।
शुगर ऑपरेट प्रेशर सबसे बड़ा खतरा

जब भी दोस्तों हम एक प्लेट समोसे और जलेबी खाते हैं तो सिर्फ टेस्टी नहीं बल्कि एक बड़ी दोस्त ऑफ शुगर और सैचुरेटेड फैट भी बॉडी में जाती है। जलेबी में इस्तेमाल होने वाला रिफाइंड शुगर लीवर के लिए काफी ज्यादा हार्मफुल होता है, और दोस्तों समोसे में डीप फ्राइड तेल से बढ़ता है बेड कोलेस्ट्रॉल। यह दोनों चीजें डायरेक्टली ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल को काफी ज्यादा इफेक्ट करती हैं। एक रिपोर्ट के हिसाब से डेली समोसे और जलेबी खाने से फ्री ग्रेविटी कंडीशंस तक ले जा सकता है जबकि बॉडी में इन्सुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने लगता है तो डायबिटीज के सिमटेम डेवलप होने लगते हैं। अगर किसी को पहले से ही ब्लड प्रेशर या फिर शुगर है तो यह नाग उनके लिए और भी ज्यादा खतरनाक बन जाते हैं।
वेट गेन और ओबेसिटी टेस्ट के नाम पर ठुलतुलापन

दोस्तों, बचपन में सब कुछ जलेबी और समोसे की खरीद होती है, लेकिन दोस्तों, समस्या तब होती है जब यह हर हफ्ते का रूटीन बन जाता है। समोसे और जलेबी दोनों ही काफी ज्यादा हाई-कैलोरी और लो-न्यूट्रिएंट फूड हैं। इसमें फाइबर नहीं होता। इस वजह से यह बॉडी में काफी ज्यादा जल्दी डाइजेस्ट हो जाती हैं और फिर से भूख लगने लगती है। इस तरह की अनहेल्दी स्नैकिंग हैबिट आपके वजन को बढ़ाने का और उसको रोकने का कारण भी बन जाती है। फिर दोस्तों शुरुआत होती है बैली फैट की हार्मोनल इंबैलेंस की। और दोस्तों, कुछ ऐसे इश्यूज, स्पेशली यूथ और वर्किंग एडल्ट्स के लिए, यह लाइफस्टाइल डिसीज बना रहे हैं। आज के और डिजिटल और सेडेंटरी लाइफ़स्टाइल में यह चीज और भी ज्यादा रिस्की हो जाती है।
हेल्दी विकल्प स्वाद भी और सेहत भी

दोस्तों, सवाल उठता है कि अगर समोसे और जलेबी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? टेस्ट के साथ दोस्तों, अगर हेल्थ भी चाहिए तो उसके कुछ ऑप्शंस एक्सप्लोर करने होंगे। आप बकेट समोसा ट्राई कर सकते हैं जिसमें की स्टफिंग हेल्दी हो, जैसे कि ओट्स, मिक्स्ड भेजी, या फिर स्प्राउट्स। जलेबी की जगह दोस्तों, अब जैगरी से बनी हुई गुड वाली मीठी सेवइयां या फिर बिग एप्पल चिप्स विद सिनेमोन टेस्ट और हेल्थ दोनों का कांबिनेशन देती हैं। आप मूंग दाल चीला, पनीर रोल, स्वीट पोटैटो टिक्की, या फिर राजी कुकीज जैसे चीज स्नैक्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सिर्फ हेल्दी नहीं है बल्कि आपका ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर और वेट को भी काफी ज्यादा कंट्रोल में रखती है।
लाइफस्टाइल में थोड़ा सा चेंज बड़ी इंप्रूवमेंट

दोस्तों जरूरी नहीं है कि आप एकदम से अपने फेवरेट स्नैक्स बंद ही कर दें। अगर आप अपने ऑफिशियल टेस्ट ट्रीट की तरह ही इंजॉय कर सकते हो तो डेली हैबिट ना बनाएं। जब भी आपको क्रेविंग हो, घर पर बनाएं ताकि इंग्रेडिएंट्स पर कंट्रोल हो। हेल्दी तेल का इस्तेमाल करें, हिंदी फ्री का बदली और फ्री करें। समोसा और जलेबी को इवनिंग वॉक या फिर योग या फिर वर्कआउट के साथ बैलेंस करें। अगर आप एक हेल्थी लाइफस्टाइल फॉलो करते हो तो आप इंटरेस्ट को डिलीट फ्री एंजॉय भी कर सकते हो, लेकिन अगर आप ऑलरेडी डायबिटीज या फेवरेट प्रेशर या फिर ओवर ओवरवेट हो तो यह स्नैक्स आपके लिए रेड फ्लैग हैं।
निष्कर्ष समोसे और जलेबी
समोसा जलेबी हमारी चर का हि हिस्सा तो जरूर हैं, लेकिन उनका एक्सेसिव यूज हमारी हेल्दी सिस्टम को साइलेंटली डैमेज कर रहा है। आज के जमाने में जब भी हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी हेल्दी इशू का शिकार है तो अवेयरनेस और प्रिवेंटिव केयर काफी ज्यादा जरूरी है। स्वाद लेना बुरी बात नहीं है लेकिन उस स्वाद की कीमत अगर अपनी हेल्थ से चुकानी पड़े तो वह समझदारी नहीं है। हेल्दी अल्टरनेटिव्स को अडॉप्ट करके हम अपनी टेस्ट क्रेविंग्स को भी पूरा कर सकते हैं और लंबे समय तक हेल्दी भी रह सकते हैं।
FAQs
Q1 क्या रोज़ाना समोसे और जलेबी खाना सेहत के लिए नुकसानदायक है?
हां, रोज़ाना समोसा या जलेबी खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इनमें ज्यादा मात्रा में तेल, ट्रांस फैट, मैदा और शक्कर होती है, जो मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों को बढ़ा सकती हैं।
Q2 कितनी मात्रा में समोसे और जलेबी खाना सेफ माना जाता है?
हफ्ते में 1-2 बार थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं, अगर आपकी बाकी डाइट बैलेंस्ड और हेल्दी है। लेकिन रोज़ाना या लगातार खाना रिस्क बढ़ाता है।
Q3 समोसे और जलेबी में सबसे ज़्यादा नुकसानदायक चीज़ क्या होती है?
डीप फ्रायिंग का तेल और मैदा – दोनों ही शरीर के लिए अच्छे नहीं होते। ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं और पाचन को खराब कर सकते हैं।
Q4क्या घर पर बना समोसा और जलेबी हेल्दी होते हैं?
थोड़े बेहतर होते हैं, क्योंकि आप उसमें तेल और शक्कर की मात्रा कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन फिर भी ये पूरी तरह हेल्दी नहीं कहे जा सकते।