हाई BP वाले लोगों को 1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए? एक्सपर्ट से जानिए 

By: KRISHNA PRASAD

On: Tuesday, August 19, 2025 10:00 AM

हाई BP
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हाई BP वाले लोगों को 1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए?

हाई BP तो आज कल एक सामान्य रोग है जिसमे गुस्सा आना एक मुख्या कारन है | ये जादा तर बुधो को होता है और इससे लकवा जैसे अन्य रोग भी होता है |हाई BP होने का मतलब है कि आपकी धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से ज्यादा है, जो समय के साथ हृदय, मस्तिष्क, गुर्दे और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। क्या स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना बहुत जरूरी है, जिसमें से एक सबसे सरल और प्रभावी आदत है – पानी सही मात्रा में पीना। लेकिन ये सवाल अक्सर उठता है कि हाई BP वाले लोग एक दिन में कितना पानी पीएंगे, ताकि उनका बीपी संतुलित रहे और शरीर स्वस्थ बने रहे। विशेषज्ञ के अनुसार, पानी का सही मात्रा न सिर्फ बीपी कंट्रोल करने में मदद करता है, बल्कि किडनी के कार्य, पाचन, चयापचय और रक्त परिसंचरण में भी सुधार होता है।

हाई BP
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हाई BP और पानी का रिश्ता

मानव शरीर का 60-70% हिसा पानी से बना होता है, और यह लगभग हर चयापचय गतिविधि में भूमिका निभाता है। जब आपका हाई BP हो जाता है, तो इसका मतलब होता है कि रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए, तो खून थोड़ा गाढ़ा हो सकता है, जिसकी रक्त वाहिकाओं में प्रतिरोध बढ़ जाता है और बीपी और ज्यादा बढ़ने लगता है। दूसरी तरफ, अगर शरीर में पर्याप्त जलयोजन होती है तो रक्त की मात्रा बनी रहती है, कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति सही होती है और सोडियम-पोटेशियम का संतुलन स्थिर रहता है, जो बीपी को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हाई बीपी के मरीजों को अपनी हाइड्रेशन की आदत पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि पानी सीधे उनके हृदय स्वास्थ्य से जुड़ा है।

एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए – एक्सपर्ट की सलाह

हाई BP के मरीजों के लिए पानी की सही मात्रा उनकी उम्र, वजन, दैनिक गतिविधि स्तर और जलवायु पर निर्भर करती है। लेकिन सामान्य दिशानिर्देश के अनुसार, एक स्वस्थ वयस्क को दिन में 2.5 से 3 लीटर पानी लेना चाहिए। हाई बीपी वाले लोगों के लिए ये क्वांटिटी थोड़ा एडजस्ट की जा सकती है, लेकिन डिहाइड्रेशन से बचना चाहिए। अगर आप ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं, गर्मी में रहते हैं या पसीना ज्यादा आता है, तो आपको अपने पानी का सेवन बढ़ाना पड़ेगा। लेकिन पानी एकदुम से बहुत ज्यादा एक ही समय पर नहीं पीना चाहिए, बाल्की दिन भर में छोटे-छोटे अंतराल में पीना चाहिए। इससे शरीर एकदम ओवरलोड नहीं होता और किडनी कुशलता से काम करती है।

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पानी का रोल बीपी कंट्रोल में कैसे होता है

पानी ब्लड को ठीक से प्रसारित करने में मदद करता है और अतिरिक्त सोडियम को मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करता है। सोडियम का लेवल जब ज्यादा होता है तो बीपी बढ़ने लगता है, इसलिए हाइड्रेशन सोडियम को फ्लश करके बीपी को स्थिर बना देता है। पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर पर भी काम करता है। ये सीधे दिल पर दबाव काम करता है। हाई BP वाले लोग जब दिन भर हाइड्रेटेड रहते हैं तो उनकी धमनियां लचीली रहती हैं, जिसकी वजह से रक्त प्रवाह सुचारू होता है और हृदय पर अनावश्यक भार नहीं पड़ता।

हाइड्रेशन के सही तरीके

हाई BP वाले लोगों के लिए पानी पीने का एक उचित शेड्यूल बनाना बहुत जरूरी है। सुबह उठते ही एक गिलास सामान्य तापमान का पानी पीना चाहिए, ताकि शरीर के विषाक्त पदार्थ खत्म हो जाएं और मेटाबॉलिज्म सक्रिय हो जाए। दिन भर में खाने के बीच में पानी पीना हेल्दी होता है, लेकिन खाने के बाद बहुत ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि ये पाचन को धीमा कर सकता है। एक्सरसाइज या वॉक के बाद एक-दो गिलास पानी लेना हाइड्रेशन रिस्टोर करता है। रात में सोने से पहले थोड़ा पानी पीना सर्कुलेशन के लिए अच्छा होता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में ना पिएं ताकि रात में बार-बार वॉशरूम ना जाना पड़े।

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पानी के स्रोत और विविधता

हाइड्रेशन सिर्फ सादे पानी से ही नहीं, बल्कि पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों से भी इसे बनाए रखा जा सकता है। हाई BP के मरीज अपनी डाइट में नारियल पानी, नींबू पानी, हर्बल चाय, लौकी का जूस, खीरा, तरबूज जैसे पानी से भरपूर फल और सब्जियां शामिल कर सकते हैं। नारियल पानी पोटेशियम का अच्छा स्रोत है जो बीपी को प्राकृतिक रूप से कम करता है। नींबू पानी एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है जो धमनियों को साफ रखता है। हर्बल चाय जैसी कैमोमाइल या हिबिस्कस चाय बीपी को शांत करने में मदद करती है। लेकिन हाई शुगर ड्रिंक्स, सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स और ज्यादा कैफीन वाले पेय पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये बीपी बढ़ा सकता है।

ओवरहाइड्रेशन से बचना भी जरूरी है

जैसा डिहाइड्रेशन हानिकारक है, वैसा ही ओवरहाइड्रेशन भी शरीर के लिए नुक्सान कर सकता है। अगर आप एक दिन से बहुत ज्यादा पानी पी लेते हैं तो खून में सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से कम हो सकता है, जिस स्थिति में हाइपोनेट्रेमिया कहा जाता है। इसे चक्कर आना, भ्रम, मतली और गंभीर मामलों में बेहोशी हो सकती है। इसलिए संतुलित मात्रा में पानी पीना चाहिए। हाई बीपी वाले लोग अपने डॉक्टर से सलाह लें और अपना हाइड्रेशन लेवल तय करें, अगर उन्हें किडनी या हृदय संबंधी समस्याएं भी हों तो सावधान रहें।

लाइफस्टाइल में हाइड्रेशन का रोल

हाई BP कंट्रोल करने के लिए हाइड्रेशन के साथ-साथ स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और पर्याप्त नींद भी जरूरी है। अगर आप हाइड्रेटेड रहते हैं तो आपका ऊर्जा स्तर बना रहता है, पाचन सुचारू होता है और वजन प्रबंधन आसान हो जाता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से बीपी कंट्रोल करने में मेरी मदद करता है। पानी पीना एक साधारण आदत है जो बिना किसी लागत के आपकी सेहत में सुधार कर सकती है। आप अपने दैनिक दिनचर्या में पानी पीने के रिमाइंडर सेट कर सकते हैं, जैसे फोन अलार्म या पानी की बोतल पर टाइम मार्किंग, ताकि हाइड्रेशन की आदत मजबूत हो।

निष्कर्ष

हाई BP एक गंभीर स्थिति है जो उचित जीवनशैली प्रबंधन से नियंत्रण में रखा जा सकता है। पानी सही मात्रा में पीना प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विशेषज्ञ के अनुसार, हाई बीपी वाले लोगों को अपने शरीर के सिग्नल सुनते हुए दिन में 2.5-3 लीटर पानी समान रूप से वितरित करके पीना चाहिए। इससे उनका बीपी स्थिर रहेगा, हृदय स्वस्थ रहेगा और शरीर के अंग कुशलता से काम करते रहेंगे। ना डिहाइड्रेशन और ना ओवरहाइड्रेशन, बस एक संतुलित हाइड्रेशन की आदत ही दीर्घकालिक स्वास्थ्य का रहस्य है। इसलिए अगर आप हाई बीपी से पीड़ित हैं, तो आज से ही अपनी पानी की बोतल अपने पास रखें और हाइड्रेशन को अपनी दैनिक जीवनशैली का स्थायी हिस्सा बनाएं, ताकि आप स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन जी सकें।

KRISHNA PRASAD

I am Krishna Prasad Registered Pharmacist (Allopathic Medicine) Medical Professional & YouTube Founder of Upchar Wala
For Feedback -upcharwala5@gmail.com

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